मसीही समाज की सुरक्षा हेतु जिला पुलिस प्रशासन सक्रिय, भीम आर्मी ने दिया समर्थन

मसीही समाज की सुरक्षा में जिला पुलिस प्रशासन सक्रिय, भीम आर्मी ने दिया समर्थन

जांजगीर-चांपा
छत्तीसगढ़ में कॉन्स्टिस्ट ईसाई पादरी और विश्वासियों का दावा चल रहा है और उनके धार्मिक स्वतंत्रता के संवैधानिक अधिकार को देखते हुए जिला प्रशासन अब सक्रिय हो गया है। मसीह समाज एवं भीम आर्मी जांजगीर-चांपा द्वारा तैयार किया गया है, जिसमें जिले के सभी मठों, घरेलू प्रार्थना सभाओं और पादरी एवं विश्वासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
विवरण के अनुसार, जांजगीर जिले के ग्राम धारदेई स्थित अबनेजर प्रार्थना भवन (चर्च) में हमलों की खबर सामने आई थी। घटना की सूचना ही मसीही समाज की सुरक्षा को लेकर भीम आर्मी छत्तीसगढ़ के नेताओं और सिद्धांतों ने तत्काल कदम उठाया।


आज दिनांक 21 सितंबर 2025 को छत्तीसगढ़ के “चंद्रशेखर आजाद” कहलाने वाले आजाद जी, उनके साथ संतराम खरे, नंदलाल कुर्रे, राजेश नारंग, दिनेश बंजारे, ईश्वर बंजारे, यंग बर्मन, दुर्गेश दिव्य, संजय कुर्रे, मनीष, मणि, मनेंद्र, कलेश्वर, मंगलू, शेयरधर कुर्रे और मिर्ज़ा (माइका चमत्कार) भीम आर्मी के जांबाज म्यूजिकल ग्राम धरदेई शामिल हैं। वहां उन्हें मसीही समाज की माता-बहनों, बुजुर्गों और आदर्श पादरियों की गहरी मित्रता और समर्थन प्राप्त हुआ।
मौसर पर मौजूद आजाद आजाद ने कहा कि भीम आर्मी छत्तीसगढ़ हमेशा मसीह समाज के साथ रहेगी और उनके संवैधानिक सिद्धांतों की रक्षा के लिए कोई भी हद तक जाएगा। उन्होंने मसीही समाज के सहयोगी बेयर ने कहा कि उनका विश्वास और अपनापन इस संघर्ष को और मजबूत बनाता है।
इस बीच जिला एसपी विजय कुमार पाण्डे ने भी स्पष्ट रूप से बताया है कि यदि किसी ने भी चर्चों या प्रार्थना सभाओं में किसी सामाजिक तत्व या समूह द्वारा मित्रता, धन-बाधा, विघ्न-बाधा या गहनता फैलाने का प्रयास किया है, तो उनकी कड़ी कानूनी आलोचना की जाएगी।

इस सासंद के बाद मसीही समाज में हर्ष और संतोष का मोहक दर्शन मिला। लोग आकलन कर रहे हैं कि अब उनकी प्रार्थना सभा और धार्मिक उपकरण सुरक्षित हैं। मसीह समाज और भीम आर्मी के इस संयुक्त प्रयास से पूरे जिले में धार्मिक स्वतंत्रता और सामाजिक एकता का दमन का संदेश दिया गया है।




